प्रथमं सुखं स्वस्थं शरीरम्,
द्वितीयं सुखं पवित्रं धनम् ।
तृतीयं सुखं शास्त्राणां पठनम्,
*चतुर्थं सुखं ईश्वरस्य चिन्तनम् l
भावार्थ – मनुष्य जीवन में पहला सुख स्वस्थ शरीर, दूसरा सुख पवित्र धन, तीसरा सुख पवित्र ग्रन्थ पढ़ना और चौथा प्रमुख सुख ईश्वर का स्मरण, ध्यान और चिन्तन करना यही सर्वोत्तम जीवन है
जय श्री राम🙏🏻🙏🏻मंगल मय दिवस